प्रसंग: ~ क्या ब्रह्माण्ड के अस्तित्व कुछ भी अलौकिक नहीं है?~ क्या यह सब कुछ जो प्रतीत होता है वो सिर्फ प्रकृति है?~ आखिर अलौकिक है क्या?संगीत: मिलिंद दाते~~~~~~~~~~~~~